ग्वार की अगेती फसल झुलसी अब मूंग में पीलेपन का प्रकोप शुरू
ग्वार और मूंग की फसल में बढ़ते रोग के प्रकोप से किसान परेशान हैं। ग्वार में झुलसा रोग और मूंग में 'पीला रस्ट' बीमारी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। अच्छी गुणवत्ता के बीज की कमी से यह समस्या और बढ़ गई है।
32 एमछल. ग्वार में झुलसा रोग के बाद मूंग में पीलापन (येलो रस्ट) नामक बीमारी के कारण किसान चिंतित हैं। पिछली बार कपास की फसल में गुलाबी सुंडी के प्रकोप के कारण इस बार किसानों ने विकल्प के तौर पर ग्वार व मूंग का बिजान ज्यादा किया था।
ग्वार में रूट रोट व बैक्टिरियल ब्लाइट के कारण ज्यादातर क्षेत्रों में नुकसान हो चुका है अब मूंग की फसल में पत्ते पीले होने वाली बीमारी ने किसानों को संकट में डाल दिया है। मूंग बिजाई के समय बारिश होने के कारण किसानों को दो या तीन बार बिजाई करनी पड़ी, जिससे अच्छी गुणवत्ता का बीज अंतिम बिजाई के समय किसानों को नहीं मिल पाया। किसानों का कहना है कि अच्छी गुणवत्ता का बीज नहीं होने के कारण ही येलो रस्ट का प्रकोप देखने को मिल रहा है।
हालांकि मूंग की नई किस्में येलो रस्ट अवरोधी हैं। गांव 4 एमके के किसान महावीर भादू ने बताया कि दो बीघा में मूंग की फसल में पौधे पीले हो रहे हैं। शुरुआत में पीले पौधे खेत से उखाड़ दिए थे लेकिन फिर भी पौधे पीले होने का प्रकोप रुकने का नाम नहीं ले रहा। गांव उड़सर के किसान सुशील खीचड़ ने बताया कि ग्वार की पकाव की अवस्था में खड़ी फसल में पौधे एकदम झुलस कर सूख रहे हैं। फंगीसाइड का छिड़काव करने पर भी पौधे लगातार झुलस रहे हैं। ग्वार में फसल खराबे को देखते हुए किसान फसल पर हल चला रहे हैं।